बारिश ने हमें मिला दिया है
किस्मत से भी कुछ सिवा दिया है
बारिश ने हमें मिला दिया है
बारिश ने हमें मिला दिया है
देखी है मेरी उदासी उसने
और देख के मुस्कुरा दिया है
अब तो मुझे सब्र आ गया था
ये किसने मुझे रुला दिया है
वह चाहे तो रास्ता बदल ले
मैंने तो दिया जला दिया है
उस रौनक ए बज़्म ने तो मेरी
तनहाईयों को भी सजा दिया है
वह पल कि सुलग उठा है मलबूस
और उसने दिया बुझा दिया है
( परवीन शाकिर )
रौनक ए बज़्म :- महफिल की रौनक
मलबूस :- बदन में पहना हुआ पोषक
हमने चाहा है तुम्हें चाहने वालों की तरह ..............
Dekhi hai meri udaasi usane
Kismat se bhi kuch siwa diya hai
Baarish ne hamein mila diya hai
Dekhi hai meri udaasi usane
Aur dekh ke muskura diya hai
Ab to mujhe sabra aa gaya tha
Ye kisane mujhe rula diya hai
Wah chaahe to raasta badal le
Maine to diya jala diya hai
Us raunake bazm ne to meri
Tanhai ko bhi saja diya hai
Wah pal ki sulag uthha hai malboos
Aur usane diya bujha diya hai.
( Parveen Shakir)
raunake bazm :- mahafil ki rounak.
malboos :- poshak,badan me pahna huaa poshak
hamne chaha hai tumhein chahane walon ki tarah............