गुफ्तगू अच्छी लगी जौक-ए-नज़र अच्छा लगा
गुफ्तगू अच्छी लगी जौक-ए-नज़र1अच्छा लगा
मुद्दतों के बाद कोई हमसफ़र अच्छा लगा
दिल का दुःख जाना तो दिल का मसअला है पर हमें
उसका हंस देना हमारे हाल पर अच्छा लगा
हर तरह की बे-सरो-समानियों2 के बावजूद
आज वो आया तो मुझको अपना घर अच्छा लगा
क्या बुरा था गर पड़ा रहता तेरी दहलीज़3 पर
तू ही बतला क्या तुझे वो दर-बदर4 अच्छा लगा
कौन मक़तल5 में न पहुँचा कौन ज़ालिम था जिसे
तेगे-क़ातिल6 से ज्यादा अपना सर अच्छा लगा
हम भी कायल हैं वफ़ा-ए-उस्तवारी7 के मगर
कोई पूछे कौन किसको उम्र भर अच्छा लगा
मीर की मानिंद गरचे ज़ीस्त करता था8 फ़राज़
हमको वो आशुफ्ता-खू9 शायर मगर अच्छा लगा
(अहमद फ़राज़)
1. जौक-ए-नज़र :- देखने के अंदाज़
2.
बे-सरो-समानियों
:- बेकार के सामान
3.
दहलीज़
:- चौकठ,दर,दरवाजा
4.
दर-बदर
:- इधर उधर भटकना,कहीं का ना होना
5.
मक़तल :-
कत्लगाह,क़त्ल करने की जगह
6.
तेग ए
क़ातिल :- क़ातिल का तलवार,हत्यारा,
7.
वफ़ा-ए-उस्तवारी
:- स्थाई प्रेम,मज़बूत प्यार या सच्ची मोहब्बत
8.
मीर की
मानिंद गरचे ज़ीस्त करता था ;- मीर की तरह अगर ज़िन्दगी जीता था
9.
आशुफ्ता-खू
:- पागल,बद दिमाग
Guftagu achchi lagi zauk-e-nazar achcha laga
Guftagu
achchi lagi zauk-e-nazar1 achcha laga
Muddaton
ke baad koi hamsafar achcha laga
Dil
ka dukh jana to dil ka masalaa hai par hamein
Uska
hans dena hamare haal par achcha laga
Har
tarah ki be-saro-samaniyon2 ke bawajood
Aaj
vo aaya to mujhko apna ghar achcha laga
Kya
bura tha gar pada rahta teri dahaleez3 par
Tu
hi bata kya tujhe vo dar-badar4 achcha laga
Kaun
maqtal5 mein na pahuncha kaun zalim tha jise
Tege-qatil6 se
jyada apna sar achcha laga
Ham
bhi kayal hain wafa-e-ustawari7 ke magar
Koi
poochhe kaun kisko umra bhar achcha laga
Meer
ki manind garche zeest karta tha8
faraz
Hamko
vo aashufta-khoo9 shayar magar achcha laga
(Ahamad
Faraz)
1. Zauke
nazar :- dekhne ke andaaz
2. Be-saro-samaniyon
:- bekar ke samaan
3. Dahaleez
:- chaukhhat,darwaja
4. Dar-badar
:- idhar udhar bhatkana
5. Maqtal
:- qatlgaah,jahan qatl kiya jata hai
6. Tege
qatil :- qatil ka talwar,hatyara
7. Wafa-e-ustawari
:- sachchi mohabbat,hameshja ki mohabbat
8. Meer
ki manind garche zeest karta tha :- meer ki tarah agar zindagi jita tha
9. Aashufta-khoo
:- pagal,mad